aaj ki tithi kya hai No Further a Mystery
एकादशी – यह तिथि हिंदू धर्म, जैन धर्म में विशेष धार्मिक महत्व वाले सबसे शुभ दिनों में से एक है। इस तिथि पर देवों के देव महादेव का स्वामित्व है।
आलय पक्ष एक आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण दिन है। इसे दान करने और अपने मानवीय कार्य को शुरू करने या जारी रखने के लिए शुभ दिन माना जाता है। यह आमतौर पर सितंबर-अक्टूबर के महीने में पड़ता है। इसे पितृ पक्ष के रूप में भी जाना जाता है और यह हमारे पूर्वजों को प्रसाद देने का सबसे उपयुक्त दिन है।
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व्रत एवं उपवास व्रत एवं उपवास पूर्णिमा व्रत
पंचमी – यह तिथि सर्जरी करवाने और डॉक्टरी सलाह लेने के लिए शुभ है। इस तिथि के स्वामी देवता नाग हैं।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज गुरुवार है।
सभी प्रकार के शुभ और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए यह सबसे उपयुक्त तिथि है। इस तिथि के अधिपति देवता अग्नि हैं।
चतुर्दशी (चौदस) – इस तिथि के देवता भगवान शंकर जी हैं. इसमें भगवान शंकर जी की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है और व्यक्ति समस्त ऐश्वर्य प्राप्त करता है.
राहुकालम को राहु की समय अवधि को कहा जाता है। यह वह समय होता है जिस राहु काल की अवधि को संदर्भित करता है। राहु काल प्रत्येक दिन में एक अशुभ समय अवधि click here को बताता है। राहु काल में कोई भी शुभ कार्य करना अनुकूल नहीं माना जाता है। कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष क्या होता है?
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इस टेबल में तारीख, तिथि और वार से जुड़ी सभी जानकारी दी गई है.
बस में आज क्या है आज मंगलवार है मंगलवार के पहले सोमवार मंगलवार के बादऔर पढ़ें
पंचांग अनुसार आज आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है।